गर्मी के मौसम में पक्षी प्यास से मर जाते हैं; पक्षी के हमारे जीवन के अभिन्न अङ्ग, और प्राणी-जगत के महत्वपूर्ण सदस्य हैं; पर्यावरण संतुलन में इनकी महती भूमिका है; इन्हें घोंसला, चुग्गा,भूख, प्यास, छाया, तथा आक्रमण आदि विकट समस्याओं से झूझना पड़ता है;
मानव-जनित शोर, GLOBAL WARMING; प्रदूषण, भी हमारे समाजही के नकारात्मक पक्ष हैं; हमने अपने जल-स्रोत्र, वन-सम्पदा, पर्वतीय आश्रय नष्ट करने में भी कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है; पक्षियों के लिए प्राकृतिक आश्रय-स्थल नहीं बचे हैं; हैम इनके शिकारी और हत्यारे हैं ;
आओ हम सब मिलकर प्रकृति के इन साथियों को बचाने का संकल्प
करें _ 1. पक्षियों के लिए चुग्गा डालें !
2. छिड़कियों, दालान, TERRACE,
BALCONY, छत आदि स्थानों पर पानी रखें !!
3. पौधरोपण एवं उनका पालन करें !!!
4. कोलाहल नियंत्रित करें !!!!
5.इन प्राणियों के मित्र बनें !!!!!
हम सुहृदय बनें और आज होली के पावन पर्व पर, स्वर्गीय सुनील दत्त साहब और नूतन द्वारा फ़िल्म "ख़ानदान " में दिए सन्देश को आत्मसात करें :-
नील गगन में उड़ते पँछी जा जा जा !
देख अभी है , कच्चा दाना, पाक जाये तो खा !!
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया;
मा कश्चित् दुःख भागभवेत् !!
Jai Hind !!!
यदि हो सके तो घर के बाहर या आसपास थोडा पानी प्यासे परिंदों और राहगीरों के लिए रखिये ! पुराने घड़े भरने में आप का सिर्फ दस मिनट जायेगा लेकिन किसी सूखे कंठ को "जीवन" मिल सकेगा ! ये कोई एहसान नहीं आप की ज़िम्मेदारी है ,आप नहीं करेंगे तो वो करेगा जिस पर सब की ज़िम्मेदारी है ! हाँ आप जब-जब खुद को इंसान कहेंगे तो आप का ज़मीर आप पर हँस जरुर दिया करेगा !
"ये भूख-प्यास-तलब जिसकी है मेहरबानी,
उसी का काम है सब को मिले दाना-पानी ....."
Askhok, Satureday 29.05.2010 19.26 IST
Location Tehsildar's residence Srivijaynagar 335704,
at Globe 74.2690 E; 29.6095N
https://www.youtube.com/watch?feature=player_detailpage&v=O61ARzjYKnY#t=21http://apnykhunja.blogspot.in/2010/05/save-birds.html
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