भृष्ट आचरण की जड़ , राजनीतिक नियुक्तियों और तबादलों में है . सरकारी लोक -सेवकों की नियुक्तियां संविधान के अनुच्छेद 109 के अंतर्गत बने नियमों से होती हैं . राजनीतिक नियुक्तियां केवल सत्ता के गणित से होती हैं . सरकारी अर्धसरकारी अधिकारीयों के 90% तबादले राजनीतिक सिफारिश से किये जाते हैं जो गैरकानूनी हैं .
इस प्रकार से नियुक्त प्रतिनिधि या अधिकारी , अपने कर्तव्यों और जनता की अनदेखी करके अपने आका के ही हित को साधते हैं .
आओ हम सब मिलकर इस जड़ पर चोट करें
जयहिंद
Kutte ki punchh kabhi sidhi nahi hoti aur fir yahaan ek nahi anek kutte baithe hain........kis kis ki punchh dabayenge
जवाब देंहटाएंpaksh vipaksh aur vyaktigat labhon ko nazarandaj krte hue.....galt kaam ko virodh hona hi chahiye.. Aao ham sab milkar aatma ke anuroop kaam kren..
जवाब देंहटाएंniyam kanun to aam janta ka liy hai rajnata to bante hi kaanun todan kai liy hai
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