शनिवार, सितंबर 07, 2013

शाबासी

चापलूसी और शाबासी का चोली-दामन का साथ है; डाण्ट या दण्ड उसी को मिलेगा जो काम करेगा, और उसमे खामी या विफलता हो जाये;  निकम्मेपन से डाण्ट या दण्ड के आसार काफी कम हो जाते हैं; 
गिरते हैं घुड़सवार ही मैदाने जंग में;
 گرتے ہیں، گھڈ-سوار ھی میدانے زنگ میں 
वो तुख्म क्या गिरें;;;;;
  وو تخم کیا گرے، 
जो घुटनों के बल चले हों; 
  جو گھٹنوں کے بل،  چلے ہوں
कर्तव्यनिष्ठों में एक सबसे बड़ा अवगुण ये होता है कि, उन्हें किसी के प्रसन्न या अप्रसन्न होने की फ़िक्र नहीं होती; उनकी केवल एक ही सोच होती है- 
"इस समय मेरा क्या काम बाकी है ?"
सामने वाले की ख़ुशी या नाराज़गी या भावनाओं से उसे कम वास्ता रहता है; इसी अवधारणा के  कारण उनके सम्पर्क में आने वाले या उनसे अपेक्षा रखने वाले अक्सर उनसे नाराज़ ही रहते हैं;    
इससे विपरीत प्रकार के लोग भरसक प्रयासरत रहते हैं  कि  - -
 रसूख़ न बिगड़ें !!
और वे अपनी मिलन-सारिता से रसूखों को जी जान से बनाये रखने के कारण वे शाबासी के पात्र बने रहते हैं; 
काम करने वाले को मीन-मेख का जवाब तो देना ही पड़ेगा -
निंदक नियरे राखिये आँगन कुटी छवाय; 
बिनु साबुन, बिनु नीर के निर्मल करे सुभाय 
  


धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो
प्राणियों में सद्भाव हो; विश्व का कल्याण हो 
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